सूरत, गुजरात में मेडिकल छात्रों के बीच स्मार्ट फोन और इंटरनेट उपयोग का पैटर्न - एक क्रॉस सेक्शनल स्टडी (2018)

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डामोर, राहुल बी।, सुकेश पी। गामित, अंजलि मोदी, जयंत पटेल और जयेश कोसंबिया।

सार

पृष्ठभूमि: मोबाइल और इंटरनेट का आगमन सदी की सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति है। भारत में लगभग 60 इंटरनेट उपयोगकर्ता अपने स्मार्ट फोन के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग करते हैं।

उद्देश्य: मेडिकल छात्रों के बीच स्मार्ट फोन, इंटरनेट उपयोग, इसकी धारणा और लत के पैटर्न का अध्ययन करना। तरीके: सरकारी मेडिकल कॉलेज, सूरत के मेडिकल छात्रों के बीच आयोजित पार-अनुभागीय अध्ययन। यंग के इंटरनेट एडिक्शन स्केल के साथ एक अर्ध-संरचित प्रोफार्मा का उपयोग किया गया था।

परिणाम: 313 प्रतिभागियों में, 51.4% पुरुष और 48.6% महिलाएं थीं। उनमें से अधिकांश स्मार्ट फोन का उपयोग कर रहे थे। अधिकांश स्मार्ट फोन पर इंटरनेट का उपयोग कर रहे थे। सोशल नेटवर्किंग (65.2%) सबसे आम उद्देश्य था, प्रतिदिन 53.7 से 1 घंटे के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हुए 3%। लगभग (48.6%) को इंटरनेट की लत लग गई। मोबाइल पर पोर्न देखा 34.8%; जबकि 11.2% पोर्न सामग्री देखने के आदी हैं। यंग के इंटरनेट की लत के पैमाने के अनुसार, 59.1% औसत ऑनलाइन उपयोगकर्ता, औसत ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं की तुलना में 23.3% कम, 17.3% संभव व्यसनी और 0.3% इंटरनेट के आदी हैं।

निष्कर्ष: हालांकि कुछ प्रतिभागी अकादमिक साहित्य खोज के लिए स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे थे, लेकिन बहुसंख्यक इसका उपयोग सामाजिक नेटवर्किंग के लिए कर रहे थे। लगभग आधे प्रतिभागियों को इंटरनेट की लत लग गई।

मुख्य शब्द: इंटरनेट की लत, मेडिकल छात्र, स्मार्ट फोन।

अंश: लगभग 62.7% लड़के और 5.2% लड़कियाँ अपने मोबाइल पर पोर्न सामग्री देखते थे। 21.7% लड़के अपने मोबाइल पर पोर्न सामग्री देखने के आदी थे। लगभग 12.4% लड़कों और 1.9% लड़कियों ने कहा कि पोर्न देखने से उनके अध्ययन पर असर पड़ता है।